मेरे होटों के मेहकते हुए नगमों पर ना जा...
मेरे सीने मैं कई और भी गम पलते हैं
मेरे चेहरे पर देखवे का तबसुऊं है मगर..
मेरी आँखों मैं उदासी के दिए जलते हैं !
========================================================================
कहाँ किसी के लिए है मुमकिन, सबके लिए एक सा होना......
थोड़ा सा दिल मेरा भला है थोड़ा बुरा है सीने मैं
========================================================================
एक ऐसा गीत गाना चाहता हूँ मैं
ख़ुशी हो या ग़म, बस मुस्कुराना चाहता हूँ मैं !
दोस्तो से दोस्ती तो हर कोई निभाता है
दुश्मानो को भी अपना दोस्त बनाना चाहता हूँ मैं !
जो हम उड़े उँचाई पर अकेले तो क्या नया किया,
साथ मैं हर किसी के पंख फैलाना चाहता हूँ मैं !
वो सोचते हैं की मैं अकेला हूँ उनके बिना,
तन्हाईया साथ मैं मेरे इतना बताना चाहता हूँ मैं !
आई खुदा तमन्ना बूस इतनी सी है क़बूल करना,
मुस्कुराते हुए ही तेरे पास आना चाहता हूँ मैं !
बूस ख़ुशी हो हर पल और मेहके ये गुलशन सारा 'अभी' ,
हैर किसी के ग़म को अपना बनाना चाहता हूँ मैं !!
==================================================================
ज़िंदा था तो किसी ने पास नही बिठाया,
अब मेरे पास लोग बैठे जा रहे हैं
पेहले किसी ने रुमाल भी भेंट नहीं किया,
अब सभी कपड़े उड़ाए जा रहे हैं
सबको पता है उनके काम का नही मैं
फिरभी बेचारे दुनियादारी निभाए जा रहे हैं
ज़िंदगी मैं एक क़दम साथ ना चला कोई,
अब फूलों से सजाकर कंधों पे ले जाए जा रहे थे,
आज पता चला मौत ज़िंदगी से कितनी बेहतर है
हम तो यूँ ही आप के लिए जिए जा रहे थे.........
मेरे सीने मैं कई और भी गम पलते हैं
मेरे चेहरे पर देखवे का तबसुऊं है मगर..
मेरी आँखों मैं उदासी के दिए जलते हैं !
========================================================================
कहाँ किसी के लिए है मुमकिन, सबके लिए एक सा होना......
थोड़ा सा दिल मेरा भला है थोड़ा बुरा है सीने मैं
========================================================================
एक ऐसा गीत गाना चाहता हूँ मैं
ख़ुशी हो या ग़म, बस मुस्कुराना चाहता हूँ मैं !
दोस्तो से दोस्ती तो हर कोई निभाता है
दुश्मानो को भी अपना दोस्त बनाना चाहता हूँ मैं !
जो हम उड़े उँचाई पर अकेले तो क्या नया किया,
साथ मैं हर किसी के पंख फैलाना चाहता हूँ मैं !
वो सोचते हैं की मैं अकेला हूँ उनके बिना,
तन्हाईया साथ मैं मेरे इतना बताना चाहता हूँ मैं !
आई खुदा तमन्ना बूस इतनी सी है क़बूल करना,
मुस्कुराते हुए ही तेरे पास आना चाहता हूँ मैं !
बूस ख़ुशी हो हर पल और मेहके ये गुलशन सारा 'अभी' ,
हैर किसी के ग़म को अपना बनाना चाहता हूँ मैं !!
==================================================================
ज़िंदा था तो किसी ने पास नही बिठाया,
अब मेरे पास लोग बैठे जा रहे हैं
पेहले किसी ने रुमाल भी भेंट नहीं किया,
अब सभी कपड़े उड़ाए जा रहे हैं
सबको पता है उनके काम का नही मैं
फिरभी बेचारे दुनियादारी निभाए जा रहे हैं
ज़िंदगी मैं एक क़दम साथ ना चला कोई,
अब फूलों से सजाकर कंधों पे ले जाए जा रहे थे,
आज पता चला मौत ज़िंदगी से कितनी बेहतर है
हम तो यूँ ही आप के लिए जिए जा रहे थे.........